आप सबसे इस ब्लाग पर रचनाओं के प्रकाशन के सम्बन्ध में मात्र इतना निवेदन करना है कि रचनायें ब्लाग की प्रकृति के अनुरूप हों तो ब्लाग की सार्थकता साबित होगी।
------------------------------------------------
ब्लाग पर कविता, कहानी, गजल आदि को प्रकाशित न करें। जो साथी इसके सदस्य नहीं हैं वे प्रकाशन हेतु कविता, कहानी, गजल आदि रचनाओं को कृपया न भेजें, इन्हें इस ब्लाग पर प्रकाशित कर पाना सम्भव नहीं हो सकेगा।
कृपया सहयोग करें
सभी साथियों से अनुरोध है कि अपनी रचनायें ब्लाग की प्रकृति के अनुसार ही पोस्ट करें। ऐसा न हो पाने की स्थिति में प्रकाशित पोस्ट को निकाला भी जा सकता है।
महाशोक: डॉ चित्रा चतुर्वेदी 'कार्तिका' नहीं रहीं -acharya sanjiv 'salil
ये पोस्ट शब्दकार पर प्रकाशित है। इस ब्लॉग की प्रकृति के अनुसार न होने के कारण इसे यहाँ से निकाल दिया गया है।
कृपया पहला एहसास से जुड़े सभी साथी सहयोग करें।
बार बार एक ही बात दोहराते हुए हमें भी शर्म आती है। आशा है आप अन्यथा नहीं लेंगे।
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें